
विशेष संवाददाता
नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. केजरीवाल के पुराने आधिकारिक आवास में कथित तौर पर लाखों-करोड़ों रुपये के सामान लगाने के मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं. उपराज्यपाल वीके सक्सेना के आदेश पर विजिलेंस डिपार्टमेंट अब एक्टिव हो गया है. विजिलेंस ने इस मामले में PWD से पांच दिनों में रिपोर्ट सौंपने को कहा है. बता दें कि यह मामला उस वक्त सुर्खियों में आया था, जब विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता ने 20 नवंबर 2024 को एलजी वीके सक्सेना को चिट्ठी लिखकर गंभीर आरोप लगाए थे. बीजेपी नेता ने कहा था कि अरविंद केजरीवाल ने अपने आवास में लाखों-करोड़ों रुपये के सामान लगवाए हैं.
जानकारी के अनुसार, दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पुराने सरकारी आवास पर महंगे सामान मिलने के मामले में विवाद बढ़ गया है. उपराज्यपाल वीके सक्सेना के आदेश पर विजिलेंस डिपार्टमेंट ने लोक निर्माण विभाग (PWD) को जांच के निर्देश दिए हैं. PWD को इस मामले में 5 दिन के अंदर अपनी रिपोर्ट सौंपनी होगी. रिपोर्ट की फाइंडिंग के बाद आगे कदम उठाया जाएगा. बता दें कि बतौर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जिस रेजिडेंस में रह रहे थे, आरोप है कि उसको रेनोवेट करने पर लाखों-करोड़ों रुपये खर्च किए गए थे. इस मामले ने काफी तूल पकड़ा था. अब उसी मामले में एलजी की सख्ती के बाद जांच के आदेश दिए गए हैं.
इस तरह मामले ने पकड़ा तूल
बता दें कि यह मामला तब उठा था, जब विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता ने 20 नवंबर 2024 को LG वीके सक्सेना को पत्र लिखकर उच्चस्तरीय जांच की मांग की थी. बीजेपी नेता विजेंद्र गुप्ता ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पर लाखों-करोड़ों रुपये के महंगे टीवी, परदे और फ्रिज जैसे सामान खरीदे गए. अब उपराज्यपाल ने इस पत्र के आधार पर कदम उठाते हुए विजिलेंस को आदेश दिया था. अब सतर्कता विभाग की जांच से यह पता चलेगा कि क्या इन महंगे सामानों के लिए सार्वजनिक धन का दुरुपयोग हुआ है? PWD की रिपोर्ट इस हाईप्रोफाइल मामले की सच्चाई सामने लाने में अहम भूमिका निभा सकती है.



