बायसेक्सुअल ( गे ) लड़कों को डेटिंग एप के माध्यम से जाल में फंसाते थे
विशेष संवाददाता
नई दिल्ली । पूर्वी दिल्ली की शकरपुर थाना पुलिस ने सेक्सटॉर्शन (Sextortion) गैंग का भंडाफोड़ किया है, पुलिस ने इस गिरोह में शामिल पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. ये गिरोह बायसेक्सुअल ( गे ) लड़कों को डेटिंग एप के माध्यम से संपर्क करता और उनका अश्लील वीडियो बनाकर वायरल करने की धमकी देकर वसूली करता है. पूर्वी दिल्ली की डीसीपी अपूर्वा गुप्ता ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान शकरपुर निवासी हिमांशु गुप्ता, गौरव कश्यप ,शादाब अंजुम, दीपांशु कुमार और शिशान्त कुमार के तौर पर हुई है.
डीसीपी अपूर्वा गुप्ता ने बताया कि 31 मार्च को शकरपुर थाना पुलिस को मोबाइल लूटने और ब्लैकमेलिंग करने का कॉल मिला. सूचना मिलते ही पुलिस की टीम पीड़ित के पास पहुंची. पीड़ित युवक ने बताया कि वो बायसेक्सुअल है. उसने डेटिंग एप पर अपना प्रोफाइल बना रखा है. डेटिंग एप पर वह सम्राट नाम के युवक से संपर्क में आया. 29 मार्च को युवक ने उसे निर्माण विहार रेड लाइट के पास मिलने के लिए बुलाया. आरोपी प्रीत विहार रेड लाइट के पास उसे अपनी कार में बैठाकर ले गया, रास्ते में कुछ और लड़के भी कार में बैठ गए.
पीड़ित का बनाया गया वीडियो
पीड़ित ने पुलिस को बताया कि कार में बैठने के बाद उसे डरा धमका कर उसका अश्लील वीडियो बनाया गया , वीडियो वायरल करने और रिश्तेदारों को भेजने की धमकी देकर उससे 20 हजार की डिमांड की गई. पीड़ित ने किसी तरीके से इस बात के लिए आरोपियों को तैयार कर लिया कि वह घर जाकर पैसा दे देगा.
आरोपियों के चंगुल से निकालने के बाद पीड़ित ने घटना की शिकायत शकरपुर थाने में की, पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की. प्रीत विहार रेड लाइट के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया, जिससे वारदात में इस्तेमाल कार की पहचान हो गई.
पुलिस कार के मालिक दीपक गुप्ता तक पहुंची दीपक कनॉट प्लेस में छोले भटूरे की स्टॉल चलता है. उसने बताया कि उसका भाई हिमांशु कार को लेकर गया था. पुलिस ने हिमांशु के बारे में जानकारी इकट्ठा की तो पता चला कि 2018 में वह इसी तरीके के मामले में गिरफ्तार हो चुका है, पुलिस ने तुरंत हिमांशु को गिरफ्तार कर कर लिया. हिमांशु से पूछताछ के बाद उसके साथी गौरव कश्यप, शादाब अंजुम, दीपांशु कुमार और शिशान्त कुमार को भी गिरफ्तार कर लिया गया.
50 से ज्यादा लोग सेक्सटॉर्शन का शिकार
आरोपियों से पूछताछ के बाद वह मोबाइल फोन बरामद हो गया जिसमें पीड़ित का अश्लील वीडियो बनाया गया था .इसके साथ ही आरोपियों की निशानदेही पर पीड़ित का मोबाइल भी बरामद हो गया है. आरोपियों के मोबाइल में कुछ और लोगों के अश्लील वीडियो भी मिले हैं.जिससे पता चला है कि इस गिरोह ने और लोगों को अपना शिकार बनाया है. पूछताछ में आरोपियों ने 50 से ज्यादा पीड़ितों के साथ सेक्सटॉर्शन की बात कबूल की है.
क्या होता है सेक्सटॉर्शन ? (Sextortion)
इन दिनों सेक्सटॉर्शन शब्द आपने खबरों में सुना होगा दरअसल सेक्सटॉर्शन का मतलब है कि कोई एक शख्स, किसी दूसरे शख्स को उसकी प्राइवेट वीडियो या फोटो दूसरे लोगों के साथ साझा करने या वायरल करने की धमकी देता है. इसके साथ ही आपके निजी वीडियो के बदले आपसे कोई डिमांड करता है तो इसे सेक्सटॉर्शन की श्रेणी में माना जाता है. जैसे कि आपका कोई निजी वीडियो किसी शख्स ने बना लिया है और वो इसे वायरल करने की धमकी देकर आपसे पैसे वसूल रहा है या आपको ब्लैकमेल कर रहा है तो ये सेक्सटॉर्शन है. ऐसे में आम जनता को खुद ही अपनी सुरक्षा करनी होगी ऐसे लोगों से दूर रहें अपनी निजी कोई भी फोटो वीडियो किसी के साथ साझा नहीं करें. साइबर पुलिस भी समय समय पर लोगों को जागरूक करने के लिए अपील करती रहती है.
दिल्ली में सेक्सटॉर्शन गैंग का भंडाफोड़, अश्लील वीडियो बनाकर करते थे वसूली
विशेष संवाददाता
नई दिल्ली । पूर्वी दिल्ली की शकरपुर थाना पुलिस ने सेक्सटॉर्शन (Sextortion) गैंग का भंडाफोड़ किया है, पुलिस ने इस गिरोह में शामिल पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. ये गिरोह बायसेक्सुअल ( गे ) लड़कों को डेटिंग एप के माध्यम से संपर्क करता और उनका अश्लील वीडियो बनाकर वायरल करने की धमकी देकर वसूली करता है. पूर्वी दिल्ली की डीसीपी अपूर्वा गुप्ता ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान शकरपुर निवासी हिमांशु गुप्ता, गौरव कश्यप ,शादाब अंजुम, दीपांशु कुमार और शिशान्त कुमार के तौर पर हुई है.
डीसीपी अपूर्वा गुप्ता ने बताया कि 31 मार्च को शकरपुर थाना पुलिस को मोबाइल लूटने और ब्लैकमेलिंग करने का कॉल मिला. सूचना मिलते ही पुलिस की टीम पीड़ित के पास पहुंची. पीड़ित युवक ने बताया कि वो बायसेक्सुअल है. उसने डेटिंग एप पर अपना प्रोफाइल बना रखा है. डेटिंग एप पर वह सम्राट नाम के युवक से संपर्क में आया. 29 मार्च को युवक ने उसे निर्माण विहार रेड लाइट के पास मिलने के लिए बुलाया. आरोपी प्रीत विहार रेड लाइट के पास उसे अपनी कार में बैठाकर ले गया, रास्ते में कुछ और लड़के भी कार में बैठ गए.
पीड़ित का बनाया गया वीडियो
पीड़ित ने पुलिस को बताया कि कार में बैठने के बाद उसे डरा धमका कर उसका अश्लील वीडियो बनाया गया , वीडियो वायरल करने और रिश्तेदारों को भेजने की धमकी देकर उससे 20 हजार की डिमांड की गई. पीड़ित ने किसी तरीके से इस बात के लिए आरोपियों को तैयार कर लिया कि वह घर जाकर पैसा दे देगा.
आरोपियों के चंगुल से निकालने के बाद पीड़ित ने घटना की शिकायत शकरपुर थाने में की, पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की. प्रीत विहार रेड लाइट के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया, जिससे वारदात में इस्तेमाल कार की पहचान हो गई.
पुलिस कार के मालिक दीपक गुप्ता तक पहुंची दीपक कनॉट प्लेस में छोले भटूरे की स्टॉल चलता है. उसने बताया कि उसका भाई हिमांशु कार को लेकर गया था. पुलिस ने हिमांशु के बारे में जानकारी इकट्ठा की तो पता चला कि 2018 में वह इसी तरीके के मामले में गिरफ्तार हो चुका है, पुलिस ने तुरंत हिमांशु को गिरफ्तार कर कर लिया. हिमांशु से पूछताछ के बाद उसके साथी गौरव कश्यप, शादाब अंजुम, दीपांशु कुमार और शिशान्त कुमार को भी गिरफ्तार कर लिया गया.
50 से ज्यादा लोग सेक्सटॉर्शन का शिकार
आरोपियों से पूछताछ के बाद वह मोबाइल फोन बरामद हो गया जिसमें पीड़ित का अश्लील वीडियो बनाया गया था .इसके साथ ही आरोपियों की निशानदेही पर पीड़ित का मोबाइल भी बरामद हो गया है. आरोपियों के मोबाइल में कुछ और लोगों के अश्लील वीडियो भी मिले हैं.जिससे पता चला है कि इस गिरोह ने और लोगों को अपना शिकार बनाया है. पूछताछ में आरोपियों ने 50 से ज्यादा पीड़ितों के साथ सेक्सटॉर्शन की बात कबूल की है.
क्या होता है सेक्सटॉर्शन ? (Sextortion)
इन दिनों सेक्सटॉर्शन शब्द आपने खबरों में सुना होगा दरअसल सेक्सटॉर्शन का मतलब है कि कोई एक शख्स, किसी दूसरे शख्स को उसकी प्राइवेट वीडियो या फोटो दूसरे लोगों के साथ साझा करने या वायरल करने की धमकी देता है. इसके साथ ही आपके निजी वीडियो के बदले आपसे कोई डिमांड करता है तो इसे सेक्सटॉर्शन की श्रेणी में माना जाता है. जैसे कि आपका कोई निजी वीडियो किसी शख्स ने बना लिया है और वो इसे वायरल करने की धमकी देकर आपसे पैसे वसूल रहा है या आपको ब्लैकमेल कर रहा है तो ये सेक्सटॉर्शन है. ऐसे में आम जनता को खुद ही अपनी सुरक्षा करनी होगी ऐसे लोगों से दूर रहें अपनी निजी कोई भी फोटो वीडियो किसी के साथ साझा नहीं करें. साइबर पुलिस भी समय समय पर लोगों को जागरूक करने के लिए अपील करती रहती है.