
गाजियाबाद। मोदीनगर के बिसोखर रोड पर सीमेंट कारोबारी अचल सिंहल का अपहरण करने वाले बदमाशों से मोदीनगर पुलिस की बुधवार देर रात मुठभेड़ हो गई। आरोपित बिजेंद्र के पैर में पुलिस की गोली लगी है। जबकि उसका साथी विकास पुलिस ने पीछा कर पकड़ लिया।
तीसरा आरोपित अभी फरार है। आरोपितों ने फिरौती मांगने के मकसद से अचल सिंहल का अपहरण किया था, लेकिन कारर की डिग्गी बंद नहीं होने के कारण अचल जान बचाकर भाग गया था। वारदात बुधवार दोपहर हुई थी। पुलिस ने 24 घंटे के भीतर ही आरोपितों को गिरफ्तार का घटना का पर्दाफाश कर दिया है।
बता दें कि बिसोखर रोड पर बुधवार को दिनदहाड़े सीमेंट कारोबारी अचल सिंहल (24) का हथियार बंद तीन बदमाशों ने अपहरण कर लिया। वैगनआर कार की डिग्गी में अचल को बंदकर मेरठ की तरफ चल दिये। गनीमत रही कि डिग्गी लाक नहीं हुई, अचल ने कूदकर जान बचाई।
वारदात के व्यापारियों में रोष
शोर मचाने पर आरोपित भाग निकले। वारदात से मोदीनगर के व्यापारी वर्ग में रोष है। व्यापारियों ने मोदीनगर कोतवाली पहुंचकर रोष जाहिर किया। चेतावनी दी यदि जल्द आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो आंदोलन किया जाएगा। पीड़ित वारदात के बाद से ही दहशत में है।
कोतवाली क्षेत्र की संतपुरा कालोनी के शिवकुमार सिंहल कारोबारी हैं। उनके पास सीमेंट की एजेंसी है। आसपास के क्षेत्र में सीमेंट की सप्लाई करते हैं। बिसोखर रोड के पास किराना की दुकान भी है। बेटा अचल सिंहल इन दिनों दुकान संभाल रहा है। अगले महीने ही उनकी शादी है। रोजाना की तरह वह सुबह नौ बजे दुकान पर जाने के लिए घर से निकला।
पीड़ित को डिग्गी में किया था बंद
घर से सौ मीटर की ही दूरी पर एक वैगन आर का खड़ी थी। वहां पहुंचते ही कार से दो आरोपित निकले और अचल को पकड़कर पीटना शुरू कर दिया। एक आरोपित ने डिग्गी खोली और पिस्टल के बल पर अचल को डिग्गी में बंद कर दिया। एक आरोपित चालक की सीट पर था। अचल काे डिग्गी में डालकर तीनों आरोपित मेरठ की तरफ जाने लगे, लेकिन जल्दबाजी में उन्होंने डिग्गी लॉक नहीं की।
डिग्गी से कूदकर युवक ने बचाई थी जान
जरा सी दूरी पर अचल डिग्गी खोलकर कूद गया और शोर मचाने लगा। आसपास के लोग आने लगे तो आरोपित कार की रफ्तार बढ़ाकर फरार हो गए। अचल ने कॉल कर स्वजन को बताया। थोड़ी ही देर में बिसोखर रोड पर लोगों की भीड़ जमा हो गई।
सूचना पर एसीपी मोदीनगर ज्ञान प्रकाश राय भी टीम के साथ पहुंचे और छानबीन की। तत्काल पांच टीमों का गठन किया गया। अचल से पूछताछ की गई। अचल के मुताबिक, आरोपितों के पास पिस्टल थी। वे किसी को भी नहीं पहचानते हैं। अपहरण के दौरान हुई हाथापाई में उन्हें गुम चोट आई। घटना की सूचना व्यापारियों तक पहुंची तो एक के बाद एक बड़ी संख्या में व्यापारी अचल के घर पहुंचे।
रंगदारी के लिए अपहरण की आशंका थी
इसके बाद सभी थाने भी पहुंचे। आरोपितों के खिलाफ थाने में शिकायत दी। पीड़ित की किसी से रंजिश भी नहीं है। आरोपितों द्वारा रंगदारी मांगने के उद्देश्य से अपहरण करने की आशंका है। चूंकि, आरोपितों के सॉफ्ट कार्नर पर व्यापारी होते हैं। अंदेशा है कि अचल की भी पहले रेकी की जा रही होगी, क्योंकि अचल सिंहल घर से नकदी लेकर भी दुकान पर जाते हैं।
आरोपितों को उम्मीद थी कि अचल से नकदी भी मिलेगी, लेकिन बुधवार को ऐसा नहीं था। इसलिए आरोपितों की अपहरण के बाद रंगदारी मांगने की योजना रही होगी। हालांकि, पुलिस अधिकारी इससे इनकार कर रहे हैं।