
कानपुर से बीजेपी सांसद सत्यदेव पचौरी विशेष खबर के प्रधान संपादक विनीतकांत पाराशर से बोले
विशेष संवाददाता
नई दिल्ली। बीजेपी के सभी सांसदों को भरोसा है कि नरेन्द्र मोदी अगले साल होंने वाले लोकसभा चुनाव में एक बार फिर भारी बहुमत से जीतकर देश के प्रधानमंत्री की बागडोर संभालेंगे। कानपुर से सांसद और यूपी के बड़े ब्राह्मण नेता सत्यदेव पचौरी भी ऐसा मानने वाले सांसद हैं।
कानपुर से सांसद सत्यदेव पचौरी से विशेष खबर मीडिया समूह के प्रधान संपादक विनीत कांत पाराशर ने शनिवार को उनके भगवान दास रोड स्थित आवास पर शिष्टाचार मुलाकात की। मुलाकात के दौरान सासंद पचौरी ने आगामी चुनाव से लेकर विपक्षी गठबंधन इंडिया के भविष्य को लेकर खुले मन से अपने विचार रखें। 1991 से 2019 तक तीन बार उत्तर प्रदेश के कानपुर से विधानसभा सदस्य रहे पचौरी योगी वन सरकार में खादी, ग्रामोद्योग, रेशम उत्पादन, कपड़ा, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम और निर्यात प्रोत्साहन मंत्री रहे हैं। वह उत्तर प्रदेश के कानपुर संसदीय क्षेत्र से वर्तमान सांसद हैं।
भिंड जिले के मिहोना गांव में जन्में सत्यदेव पचौरी ने अपने राजनीतिक करियर की शुरूआत 1967 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से की। 1991 में वह पहली बार कानपुर नगर जिले के आर्य नगर निर्वाचन क्षेत्र से उत्तर प्रदेश विधान सभा के लिए चुने गए। बाद में लंबे समय तक उन्होंने संगठन के लिए काम किया और यूपी बीजेपी के महामंत्री रहे। बाद में वे लगातार दो बार कानपुर की गोविंद नगर सीट से विधायक चुने गए और पिछली योगी सरकार में कैबीनेट मंत्री का पद मिला।

विशेष खबर के प्रधान संपादक विनीत कांत पाराशर से खास बातचीत में उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ से मुकाबला करने के लिए विपक्ष के पास एक भी नेता नहीं है। उनके नेतृत्व में उत्तर प्रदेश ने अभूतपूर्व विकास किया है।
सांसद पचौरी ने एक सवाल के जवाब में ये भी कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा नीत एनडीए फिर से सरकार बनाएगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा प्रचंड बहुमत हासिल करेगी और पीएम मोदी ही देश के प्रधानमंत्री होंगे। उन्होंने मोदी सरकार के दस साल के कार्यकाल में हुए विकास के कार्यो को 65 साल में हुए विकास कार्यो पर भारी बताया। सांसद सत्यदेव पचौरी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि एनडीए या भाजपा को विपक्षी गठबंधन इंडिया से कोई खतरा नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन मौकापरस्त राजनीतिक दलों का अवसरवादी गठबंधन है। उन्होंने कहा कि इस गठबंधन में बनने से पहले ही दरार पड़ने लगी है। अभी ये भी तय नहीं हो पाया है कि इसका नेतृत्व कौन करेगा। ये दल भले ही दिल्ली में गठबंधन की एकता की बात करते हों लेकिन हकीकत ये है राज्यों में वे एक दुसरे से दुश्मनी जैसा बर्ताव कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कितना हास्यास्पद है कि जो दल लोकसभा चुनाव में गठबंधन की बात कर रहे हैं वे पांच राज्यों के चुनाव में एक दूसरे कोे हराने के लिए आमने सामने हैं। इसलिए ये गठबंधन पीएम मोदी के चेहरे के सामने टिक नहीं पाएगा।