
संवाददाता
गाजियाबाद। कुट्टू के आटे से बने व्यंजन खाने से 40 लोगों की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। मुरादनगर थाना क्षेत्र में कई कॉलोनी के निवासियों को कुट्टू का आटा खाने के बाद उल्टी, दस्त और चक्कर आने की शिकायत हुई। उसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिला प्रशासन ने कुट्टू का आटा बेचने वाले की दुकान पर सील लगा दी है।
क्या है पूरा मामला
मुरादनगर थाना क्षेत्र के कन्नौजा व न्यू डिफेंस कॉलोनी में रहने वाले लगभग 40 लोगों को नवरात्र के पहले दिन उल्टी, दस्त, चक्कर आने और बेहोश होने की शिकायत होने लगी। स्थानीय लोगों ने बताया कि इन सभी लोगों ने कुट्टू के आटे से बने व्यंजन खाए थे। बता दें कि सभी लोगों ने कुट्टू का आटा एक ही दुकान से खरीदा था। दुकानदार ने बताया कि उसके द्वारा लगभग 80 किलो आटा बेचा गया था, जिसे खाने के बाद इलाके के लोगों की तबीयत खराब हो गई है। सभी बीमार लोगों का इलाज विभिन्न अस्पताल में चल रहा है।
प्रशासन ने सील की दुकान
सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे उपजिलाधिकारी संतोष राय व थाना प्रभारी मुकेश सोलंकी ने मामले की जानकारी ली। उप जिलाधिकारी संतोष राय ने बताया कि दुकान में रखे कुट्टू के आटे का सैंपल लिया गया है। दुकान पर सीलिंग की कार्रवाई भी की गई है। संभव है कि कुट्टू के आटे में मिलावट के कारण फूड प्वाइजनिंग हुई है।
पहले भी हुए हैं इस तरह के मामले
बता दें कि नवरात्रि के दौरान कूट्टू का आटा खाने से लोगों के बीमार होने का यह कोई नया मामला नहीं है। इससे पहले भी कूट्टू का आटा खाने से लोगों के बीमार होने के मामले सामने आते रहे हैं। इसके लिए मिलावट और पुराने रखे आटे को खाने से भी लोगों की तबीयत खराब हो जाती है। इसके लिए खाद्य सुरक्षा अधिकारी का कर्तव्य है कि वह विक्रेताओं को इसके लिए जागरूक करें।



