संवाददाता
नई दिल्ली । दिल्ली पुलिास की स्पेशल सेल ने दिल्ली के खूंखार गैंगस्टर हाशिम बाबा गिरोह के फरार शार्प शूटर जहीर उर्फ गुड्डु को गिरफ्तार किया है। आरोपी छह आपराधिक मामलों के अलावा 2020 के तीन कुख्यात दिल्ली दंगों में भी शामिल था। वर्तमान में वह नार्थ ईस्ट दिल्ली में जबरन वसूली के लिए गोलीबारी के दो मामलों में वांछित और फरार चल रहा था। पुलिस टीम ने उसके पास से .32 बोर की एक सेमी-ऑटोमैटिक पिस्तौल और तीन जिंदा कारतूस बरामद किए है।
साउथ रेंज स्पेशल सेल के डीसीपी आलोक कुमार ने बताया कि एसीपी अतर सिंह और इंस्पेक्टर शिव कुमार के नेतृत्व में वांछित और फरार आरोपी जहीर उर्फ गुड्डु (25 वर्ष) पुत्र अब्दुल गफ्फार निवासी विश्वास नगर, दिल्ली को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार गैंगस्टर कुख्यात हाशिम बाबा गिरोह का शार्पशूटर है, और वह संयुक्त अरब अमीरात में रहने या छिपने के संदिग्ध फरार भगोड़े राशिद केबलवाला के गिरोह से भी जुड़ा है। जहीर की गिरफ्तारी से दिल्ली के उत्तर-पूर्वी जिले में रंगदारी के लिए हुई सनसनीखेज गोलीबारी के दो अनसुलझे ब्लाइंड केस का राजफाश हो गया है। गिरफ्तार आरोपी के पास से .32 बोर की एक सेमी-ऑटोमैटिक पिस्टल और तीन जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं.
डीसीपी ने बताया कि 6 अक्टूबर, 2023 को जहीर उर्फ गुड्डू के विश्वास नगर एक्सटेंशन, दिल्ली के पास अपने सहयोगी से मिलने के लिए सुबह 10 बजे से 11 बजे के बीच आने के बारे में विशेष जानकारी प्राप्त होने पर उक्त स्थान के आसपास जाल बिछाया गया। आरोपी को स्कूटी पर आते समय घेर कर पकड लिया।
जहीर उर्फ गुड्डू पहले कुल छह आपराधिक मामलों में शामिल था, जिसमें दिल्ली दंगे 2020 के दौरान आगजनी और डकैती से संबंधित तीन मामले शामिल थे। उपरोक्त मामलों के अलावा वह वर्तमान में यमुना पार में दो स्थानों पर सनसनीखेज गोलीबारी के दो मामलों में वांछित था। 23 और 24 सितंबर, 2023 की मध्यरात्रि को आरोपी ने अपने दो साथियों के साथ हाशिम बाबा के निर्देश उसके आादमी नितिन जैन के कहने पर फायरिंग की।
उसी रात 1 बजे आरोपी ने अपने साथियों के साथ वेलकम क्षेत्र की जनता कॉलोनी में एक मकान को निशाना बनाकर चार राउंड फायरिंग कर दहशत फैलाई। दरअसल ये फायरिंग रियल एस्टेट कार्यालय के बाहर उसके मालिक को आतंकित करने और उससे एक्सोटर्शन मनी के लिए की गई थी।
जहीर उर्फ गुड्डू ने यह भी खुलासा किया है कि उसे पहले वर्ष 2020 में पूर्वोत्तर दिल्ली में हुए दंगों के तीन मामलों में इलाके में दंगों के पीड़ितों के घरों से चुराए गए मोबाइल फोन रखने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। जेल से बाहर आने के बाद, वह विभिन्न अदालती तारीखों पर पेशी के दौरान हाशिम बाबा से मिला और उनके निर्देशों के अनुसार अपनी योजनाओं को क्रियान्वित करना शुरू कर दिया। उसने यह भी खुलासा किया कि उपरोक्त दो गोलीबारी की घटनाओं के लिए वह नितिन जैन के साथ उसके मोबाइल नंबर पर एक नए मोबाइल हैंडसेट और उसके द्वारा उपलब्ध कराए गए नए सिम कार्ड के साथ बातचीत करता था।