संवाददाता
गाज़ियाबाद । हाल ही में हुई निगम बोर्ड की बैठक में कई पार्षदों ने आरोप लगाया था कि कई अधिकारी उनकी कॉल तक रिसीव नहीं करते है। इस को लेकर नगर आयुक्त विक्रमादित्य मलिक ने तेवर दिखाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि ऐसा नहीं होना चाहिए। पार्षदों की कॉल रिसीव होनी चाहिए। अगर कॉल रिसीव नहीं करने की कोई शिकायत मिली तो इस पर कार्रवाई की जाएगी।
नगर आयुक्त ने सभी निगम अधिकारियों से कहा कि वह ऐसी व्यवस्था करे कि अगर कोई जनप्रतिनिधि अपनी कोई शिकायत बताता है तो उसका समाधान एक घंटे की अवधि में होना चाहिए। अगर कोई समस्या है और उसके समाधान में समय लग रहा है तो उसमें थोड़ा वक्त अधिक लगता है तो इसकी जानकारी तुरंत ही जनप्रतिनिधि यानी पार्षद को देनी चाहिए। ताकी जनप्रतिनिधियों को भी पता रहे कि उनके द्वारा बताई गई समस्याओं के बारे में अधिकारी क्या कुछ कर रहे है।
दरअसल निगम बोर्ड की बैठक में बड़ी संख्या में ऐसे में पार्षद थे जिन्होंने इस मामले में सदन में शिकायत की थी। निगम के कई अधिकारियों का नाम लेकर कहा था कि उनकी कॉल अधिकारी नहीं उठाते है। इसको लेकर कई पार्षदों ने हंगामा किया। मगर जिस तरह से नगर आयुक्त प्रकरण को गंभीरता से ले रहे है माना जा रहा है कि इस पर एक्शन होगा।