संवाददाता
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा की उत्तरी रेंज टीम ने एक वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 3 वाहन चोरों को गिरफ्तार कर 3 चोरी के वाहन बरामद बरामद किए हैं। उनके कब्जे से दो ओबीडी स्टार-चाबी, प्रोग्रामिंग उपकरण और विभिन्न गाड़ियों की 05 चाबी बरामद की हैं ।
डीसीपी संजय भाटिया ने बताया कि तीनो आरोपियों की पहचान राकेश उर्फ रमन उर्फ चड्ढा, निवासी मंजीत फार्म रोड, उत्तम नगर, दिल्ली, सागर निवासी उत्तम नगर, दिल्ली और नीरज उर्फ कालू निवासी सकरपुर, दिल्ली के रुप में हुई है। आरोपियों के कब्जे से एक बरामद की गई जो थाना अशोक विहार, दिल्ली में चोरी होनी पायी गयी है। पूछातछ के बाद उनकी निशानदेही पर चोरी की अन्य दो कारें भी बरामद की गई हैं । वाहन चोरी करने वाले इस गिराहे के बारे मेंं प्रधान सिपाही नरेंद्र को विशेष सूचना मिली थी कि वाहन चोर गिरोह में शामिल आरोपी चोरी की कार में अवंतिका, सेक्टर -1, रोहिणी, दिल्ली आएंगे। अगर समय मे कार्यवाही की जाये तो आरोपियों को वहाँ से पकड़ा जा सकता हैत्र इसी के बाद डीसीपी संजय भाटिया ने वाहन चोरों को पकड़ने के लिए एसीपी विवेक त्यागी की निगरानी में इंसपेक्टर पंकज ठाकरान के नेतृत्व में एक टीम बनाई जिसमें प्रधान सिपाही नरेंद्र, राजेश, अमित, सोनू और अमित शामिल थे। पुलिस टीमने रोहिणी, दिल्ली में जाल बिछा कर मारुति स्विफ्ट कार को रोका गया जिसमे तीनो आरोपियों को चोरी की कार सहित सफलतापूर्वक पकड़ लिया गया है। कार अशोक विहार, दिल्ली से चोरी पाई गई। कार की तलाशी करने पर नई चाबी से कार को स्टार्ट करने के लिए इस्तेमाल किए गए 02 प्रमुख प्रोग्रामिंग उपकरण, वाहन का लॉक तोड़ने के लिए इस्तेमाल की गई 01 टी-चाबी और मारुति ब्रीजा, स्विफ्ट डिजायर और बलेनो की 05 नई चाबियां भी बरामद की गईं।
तीनों आरोपी के साथ और उनके अन्य सहयोगी भी वाहन चोरी गिरोह में शामिल है। आरोपी राकेश @रमन उर्फ चड्ढा गिरोह का सरगना है। वे मुख्य रूप से मारुति निर्मित कारों की चोरी करते हैं। प्रारंभ में वे टी-चाबी का उपयोग करके कार के लॉक को तोड़ते हैं। इसके बाद, ओबीडी स्टार उपकरण का उपयोग करके वे कार को शुरू करने और जीपीएस सिस्टम को तोड़ कर नई चाबी का उपयोग करने के लिए कार को रीप्रोग्राम करते हैं। आरोपी अच्छा पैसा कमाने के लिए चोरी की गई कारों को मेरठ में बेचते थे।
आरोपी राकेश उर्फ रमन उर्फ चड्ढा के खिलाफ पहले से ही चाहन चोरी के दस मामले दर्ज हैं। वह उत्तम नगर इलाके में विजय विहार थाने का हिस्ट्रीशीटर है। कुछ साल पहले मनीष उर्फ मोनू के संपर्क में आने के बाद उसने वाहनों को चुराना शुरू कर दिया। इसके बाद, उसने अपने दामाद नीरज उर्फ कालू और बेटे सागर के साथ वाहन चोरी करना शुरू कर दिया। आरोपी नीरज उर्फ कालू ने रमन की बेटी से शादी की और गाड़ियां चुराने लगा। वह पहले भी 4 अपराधिक मामलों में शामिल रहा है। तीसरा आरोपी सागर रमन का बेटा है और आसानी से पैसा कमाने के लिए उसने गाड़ियां चुरानी शुरू कर दीं।