
नई दिल्ली। दिल्ली में खतरे के निशान से करीब एक मीटर पर ऊपर बह रही यमुना पूरे उफान पर है। सरकार ने सतर्कता बरतते हुए करीब 23 हजार लोगों को नदी के तटवर्ती क्षेत्रों से निकालकर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया है।
एहतियात बरतते हुए पुराने लोहे के पुल से ट्रेनों की आवाजाही रोक दी गई है। सिंचाई एंव बाढ़ नियंत्रण विभाग की मानें तो अगले 24 घंटे जलस्तर बढ़ता रहेगा। सरकार का कहना है कि स्थिति नियंत्रित है। यमुना के खतरे का निशान 205.33 मीटर है। यह निशान यमुना नदी सोमवार को शाम पांच बजे ही पार कर गई थी। सिंचाई एंव बाढ़ नियंत्रण विभाग का पूर्वानुमान है कि बुधवार दोपहर एक बजे के बाद यमुना का जलस्तर 207.17 को पार कर जाएगा।
24 घंटे अलर्ट : सरकार ने 24 घंटे बचाव दलों के अलर्ट पर रखा हुआ है। राजस्व मंत्री कैलाश गहलौत ने मंगलवार को यमुना के बढ़ते जलस्तर का जायजा लेने के लिए आईटीओ स्थित हाथी घाट का दौरा किया। उनके मुताबिक सभी 23 हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित यमुना के डूब क्षेत्र से बाहर निकाल कर अस्थायी रूप से बने टेंट में रखा गया है।
सभी सीवर लाइन बंद किए
यमुना के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए सिंचाई एंव बाढ़ नियंत्रण विभाग ने सभी छोटे-बड़े सीवर लाइन व ड्रेन का पानी जो कि यमुना में जा रहा था उसे रोक दिया गया है। अगर इन्हें बंद न किया जाए तो नदी का पानी शहर में आ सकता है। सभी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट को भी बंद कर दिया गया है।
बढ़ता खतरा
* 206.27 मीटर जलस्तर मंगलवार शाम 6 बजे।
* 207.17 मीटर तक जाने का अनुमान है बुधवार दोपहर एक बजे।
* 205.33 मीटर है यमुना के खतरे का निशान।
* 2013 के बाद दूसरी बार 207 को पार सकती है यमुना।



