नई दिल्ली। गरीब रथ ट्रेन में बड़े बदलाव की तैयारी पूरी हो गई है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, गरीब रथ ट्रेन को जल्द सुपरफास्ट ट्रेन में बदला जाएगा. इसके साथ ही अब इसके कोचेस में भी बदलाव हो सकता है. इस ट्रेन में पहले जहां 12 कोच (सभी वातानूकूलित) होते थे, वहीं नई ट्रेन में अब 16 कोच होंगे. इसमें जनरल, स्लीपर और एसी कोच भी लगाए जाएंगे.
आपको बता दें कि गरीबों को एसी ट्रेन में सफर कराने के लिए साल 2006 में रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने गरीब रथ ट्रेन की शुरुआत की थी. पहली ट्रेन सहरसा-अमृतसर गरीब रथ एक्सप्रेस थी, जो बिहार के सहरसा से पंजाब के अमृतसर के बीच चलाई गई थी. इस ट्रेन में एसी 3 और चेयरकार कोच थे.
सरकार क्यों कर रही है बदलाव-गरीब रथ ट्रेनों को मेल एक्सप्रेस ट्रेन में बदलने के पीछे की वजह इस ट्रेन की बोगियों का प्रोडक्शन बंद होना माना जा रहा है. क्यों ये काफी पुरानी हैं.
इसकी जगह पर अब आधुनिक बोगियां बनाई जा रही हैं. इसलिए गरीब रथ ट्रेनों को मेल एक्सप्रेस ट्रेन में बदला जाएगा.
महंगा हो सकता है सफर करना- उदहारण के तौर पर फिलहाल आनंद विहार टर्मिनल रेलवे स्टेशन से पटना जंक्शन की गरीब रथ ट्रेन का किराया करीब 900 रुपये है, जबकि मेल एक्सप्रेस ट्रेन के एसी 3 क्लास का किराया 1,300 रुपये के आसपास है.
ऐसे में आम आदमी के लिए इन ट्रेन में सफर करना महंगा हो सकता है.
इस ट्रेन का किराया अन्य ट्रेनों के एसी क्लास से कम है. इस ट्रेन में प्रत्येक सीट या बर्थ के बीच की दूरी कम है और प्रत्येक कोच में वातानुकूलित डिब्बों की तुलना में अधिक सीटें और बर्थ हैं.
गरीब रथ में बैठने के लिए 3 टियर में 78 सीटें होती हैं. यात्रियों को खान-पान और बेड रोल के लिए अलग से भुगतान करना होता है.
एक बेड रोल के लिए 25 रुपये देना होता है, जिसमें एक तकिया, एक कंबल और दो चादर होती हैं.